हम सभी लोग खाने के प्रति काफी ज्यादा उत्सुक रहते हैं। अच्छा भोजन कौन नहीं खाना चाहता है, लेकिन वह भोजन क्या आपके सेहत के लिए भी अच्छा है? या नहीं? यह थोड़ा हमें सोचना चाहिए! आज जो लाइफ स्टाइल है, उसमें हम कहीं-न-कहीं अपनी हेल्थ को इग्नोर ही करते जा रहे हैं। हमारी प्रकृति में बहुत कुछ ऐसा है, जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभप्रद है, लेकिन हम उस तरफ अपना ध्यान न दें करके और बीमारियों की तरफ बढ़ते जा रहे हैं। बीमारियों का मुख्य कारण हमारी जीवनशैली ही होती है। हमारा रहन-सहन, हमारा खान-पान, दूषित भोजन करना और भी बहुत सारी चीजें होती हैं। आज हम बात करेंगे एक ऐसे बीज के बारे में जिसका सही तरीके से सेवन करके आप कई रोगों से दूर हो सकते हैं। इस बीज का नाम है अलसी तो दोस्तों आइए इस पूरे लेख में अलसी बीज के बारे में जानते हैं और साथ ही इसके फायदे, नुकसान और इसका उपयोग कैसे करना है इस बारे में जानते है।
अलसी यह हमारे शरीर के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है। अलसी का उपयोग स्मूदी और कई प्रकार के खान-पान में किया जाता है। अलसी के फायदे बहुत ही चकित कर देने वाले हैं। यह हमारे बालों से लेकर के हमारे स्किन तक के लिए बहुत ही फायदेमंद है। अलसी का सेवन कैसे करें? कब करें? किस प्रकार करें? इन सभी बातों पर हम आगे चर्चा करते रहेंगे…
अलसी
अलसी एक महत्वपूर्ण पौधा है, जो मानव और पशुपालन के लिए उपयोगी है। इसके बीज सेहत के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। इसका साइंटफिक नाम लिनुम उसिटाटिस होता है। अलसी की तासीर गर्म होती है। हम इस प्रकार से समझ सकते हैं, जितने फायदे हमें बदाम के मिलते हैं, उतनी ही फायदे हमें अलसी से मिलते हैं। अलसी हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद है। यह किडनी से लेकर नजला, जुकाम, सर्दी, बुखार, बदन दर्द इन सभी चीजों में बहुत फायदेमंद होती है। अलसी किडनी के लिए बहुत अच्छी होती है। अलसी हमारी स्किन के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है, क्योंकि इसमें जो ऑयल मिलता है, उसमें vitamin E की मात्रा सबसे ज्यादा होती है।
अलसी के बीज का इतिहास
अलसी के बीज का सबसे पहले यूज Egypt में हुआ था, मगर Egypt में इसका यूज सेवन करने के लिए नहीं बल्कि वहां के लोग इसका यूज कपड़ा बनाने के लिए करते थे। फिर धीरे-धीरे इस पर बहुत सारे साइंटिफिक रिसर्च हुई और बहुत सारी रिसर्च के बाद पता चला कि अलसी खाने में भी फायदेमंद होती हैं। अलसी को दूसरे शब्दों में सुपरफूड भी कहते है।
जैसा कि सभी जानते हैं अलसी सुपरफूड है, लेकिन अलसी एक सुपरफूड क्यों है? इसमें आखिर क्या मिलता है? इसके बारे में हम जानेंगे…
अलसी में 3 ऐसी चीजें मिलती हैं, वो इस प्रकार है:-
- Omega 3 Fatty Acid
- Fiber (Soluble)
- ALA (Alpha Linoleic Acid)
अलसी को इंग्लिश में Flaxseeds कहते हैं, जैसा कि नाम से ही जाहिर है यहां flex पौधों से मिलता है।
अलसी को लेने का तरीका
अलसी को आप दिनभर में 2 टेबलस्पून लें।
दो टेबलस्पून में हमें क्या-क्या मिलता है? इसके बारे में हम explain कर रहे हैं:-
2 Table spoon Flexseeds:
- 80 CALORIES
- 3gm PROTEIN
- 4gm CARBS
- 6gm FAT
- 4gm FIBER
- 100mg PHOSPHORUS
- 60Mg MAGNESIUM
- 120Mg POTASSIUM
जैसा कि हम सभी ने अभी यहां पर देखा कि दो चम्मच में अच्छा-खासा न्यूट्रीशन मिल रहा है।
अलसी के फायदे
अलसी बीज के कई फायदे होते है। यहां पर हम कुछ मुख्य फायदों के बारे में बताएंगे।
- Constipation/Digestion
अलसी हमारे डाइजेशन सिस्टम को बहुत ही अच्छा रखता है। यदि आपको पुराने-से-पुराना कॉन्स्टिपेशन है, और आप अलसी का सेवन कर रहे हैं, तो यह आपके कॉन्सिटपेशन को पूरी तरह से खत्म कर सकता है।
जैसा कि ऊपर हमने बताया हुआ है फ्लैगशिप में फाइबर मिलता और फाइबर क्या करता है हमारे हमारे डाइजेशन सिस्टम को बहुत परफेक्ट रखता है तो इसलिए आपको कितने से भी पुराने से पुराना कब्ज हो एसिडिटी हो या कॉन्स्टिपेशन है तो flexseeds ले सकते हैं।
- Heart Health
Flexseeds Cholesterol level को कम करते हैं। फ्लैक्सीड में P. U. F.A. होता है, जो HDL means good cholesterol को बढ़ाता हैं और LDL जो कि बैड कोलेस्ट्रॉल को घाटाता है।
- Sugar Level Maintain
अलसी में इंसुलिन होता है, जो हमारे शुगर लेवल को मेंटेन करता है। हम सब जानते हैं कि इंसुलिन हमारे शरीर में शुगर लेवल को मेंटेन करता है, जिसमें अलसी के बीज का सेवन करने से शरीर में इंसुलिन की मात्रा नियंत्रित रहती है। अलसी का बीज शुगर लेवल को मेंटेन रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अलसी के बीज शरीर में इंसुलिन की sensitivity को बढ़ाते हैं।
- Cancer
महिलाओं में पाए जाने वाले कैंसर जैसे कि ओवरी का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर आदि। इन सभी कैंसर में अलसी के बीज का सेवन करना चाहिए।
अलसी को खाने का सही तरीका
ज्यादा लोग अलसी को डायरेक्ट कांटेक्ट में ले लेते हैं, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि अलसी के बीज की ऊपरी परत को पचाने में काफी समय लगता है। अगर अलसी को खाना है, तो उसका खाने का सबसे सही तरीका है कि इसे मिक्सर में पाउडर की तरह पीस लें। यह आपको डाइजेशन सिस्टम बहुत अच्छा करता है और साथ में यह न्यूट्रिशन को बढ़ा देता है इसकी न्यूट्रिशन का ज्यादा से ज्यादा बेनिफिट लेने के लिए हमें अलसी को पीसकर के यूज़ करना चाहिए हमारे को जब पीस करके खाते हैं, तो उसके चीजें वह हमारे डाइजेशन सिस्टम को एक लेवल तक बढ़ा देता है और बहुत अच्छे तरीके से काम करता है।
फ्लैक्सीड्स में बेनिफिट के साथ-साथ यदि हम इसे अगर raw ही ले लेते हैं, तो यह में बहुत नुकसान पहुंचाता है, क्योंकि इसमें बहुत सारे टॉक्सिन होते हैं, जो कि हमारी बॉडी को बहुत ही हानि पहुंचाते हैं। इसीलिए मार्केट से तुरंत खरीद कर इसे यूज नहीं करना चाहिए।
फ्लैक्सीड को खरीदने का सही तरीका
जब कभी हम मार्केट जाए फ्लैक्सीड खरीदने के लिए तो इसके लिए सबसे पहले हमें श्योर होना होगा कि यह फ्लैक्सीड ऑर्गेनिक होनी चाहिए, क्योंकि आजकल मार्केट में बहुत सारी चीजें ऐसी मिल रही है, जो ऑर्गेनिक नहीं होती हैं, तो इसका खास ख्याल रखें यदि आपको पूरी तरीके से न्यूट्रीशन और फ्लैक्स के पूरे फायदे चाहिए तो आपको ऑर्गेनिक फ्लैक्सीड ही खरीदनी चाहिए।
हेल्थ बेनिफिट के लिए flaxseeds खाने का सही तरीका
सबसे पहले हमें ऑर्गेनिक फ्लैक्सीड मार्केट से लेकर आना है, उसके बाद उस फ्लैक्सीड को तवे पर धीमी आंच में धीरे-धीरे करके roast करें। यहां हमें ध्यान रखना है कि क्लॉक सेट को 10 से 15 मिनट से ज्यादा नहीं भूनना है और आंच धीमी ही रखनी है। इससे हमें यह फायदा होगा कि जो हमें टॉक्सिन की प्रॉब्लम थी। जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है टॉक्सिन हमारे बॉडी के लिए हानिकारक होता हैं, तो जब हम फ्लैक्सीड को धीरे-धीरे करके भूनते हैं, तो टॉक्सिन की प्रॉब्लम दूर हो जाती है।
अब इन भुने हुए फ्लैक्सीड को हमें पीस लेना है। अलसी को पूरी तरह से फाइंड पाउडर बना लेना है और इस फाइन पाउडर को हमें ग्लास के जार में रखना है ग्लास का जार ट्रांसपेरेंट नहीं होना चाहिए डार्क कलर का होना चाहिए। यहां हम डार्क कलर के जार की बात इसलिए कर रहे हैं, जैसा कि हम सभी जानते हैं लाइट में रिफ्लेक्शन होता है, तो लाइट किसी भी तरीके से जार में ट्रांसफर नहीं होनी चाहिए। इसलिए लाइट के रिफ्लेक्शन से बचाने के लिए फ्लैक्सीड को डार्क जार में रखना है। यहां पर ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि कोशिश करें कि जार एयर टाइट ही हो। किसी भी तरीके से हवा जार के अंदर ना जाए। अब इस पाउडर को फ्रिज में रख दीजिए।
इसे खाने का सबसे अच्छा तरीका है कि अगर आप चाहते हैं कि आप अलसी के पूरे न्यूट्रीशियन आपको मिले तो उसके लिए जैसा ऊपर बताया गया है उसे फॉलो करें। अलसी को आप दो चम्मच लेकर साफ पानी में रातभर भिगोकर रखें और सुबह इसका सेवन करें। सबसे पहले इसका पानी पी लें और बाद में बची हुई अलसी को चबा-चबाकर खाएं। इस तरह से खाने से आपको अलसी का भरपूर न्यूट्रिशियन मिलेगा।
अलसी का उपयोग बीमारियों के लिए
अलसी का उपयोग विभिन्न बीमारियों के लिए किया जाता है। यह बीमारियों को ठीक करने में बहुत मददगार होता है। इसके कुछ उपयोग निम्नलिखित हैं:-
- साइनस इंफेक्शन
अलसी का उपयोग साइनस इंफेक्शन से राहत प्रदान करने के लिए किया जाता है।
- मधुमेह
अलसी मधुमेह के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। इसमें मौजूद एलीविडिक एसिड सुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- उच्च रक्तचाप
अलसी में मौजूद पोटेशियम उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने में मददगार होता है।
- कब्ज
अलसी कब्ज के उपचार के लिए भी उपयोगी होता है। इसमें मौजूद फाइबर और ओमेगा 3 फैटी एसिड होने से यह पाचन प्रक्रिया को सही करता है और मल त्याग की प्रक्रिया को भी स्वच्छ रखता है।
- स्तनकोष्ठ कैंसर
बहुत से अध्ययनों में पाया गया है कि अलसी का उपयोग स्तनकोष्ठ कैंसर के लक्षणों को कम करने में मददगार होता है। इसमें मौजूद ऑमेगा 3 फैटी एसिड कैंसर से लड़ने में मदद करता है।
- हृदय रोग
अलसी हृदय रोग के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। इसमें मौजूद फाइबर कोलेस्टरॉल को कम करने में मददगार होता है, जो नियमित रूप से अधिक होने से हृदय रोग के कारण बनता है।
- पाचनतंत्र
अलसी का सेवन पाचनतंत्र के लिए भी उपयोगी होता है। इसमें मौजूद फाइबर, प्रोबायोटिक्स और एंटीऑक्सीडेंट ऐसे तत्व होते हैं, जो पाचन प्रक्रिया को सही ढंग से काम करने में मदद करते हैं।
इसी तरह, अलसी के अन्य उपयोग हैं जैसे कि बालों के लिए, त्वचा समस्याओं के लिए, वजन घटाने के लिए, एलर्जी को दूर करने के लिए, श्वसन समस्याओं के लिए और कुछ सर्दी-जुकाम की समस्याओं के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है। बेशक, अलसी का सेवन सिर्फ धार्मिक उत्सवों में उपयोग करने के लिए नहीं होता। यह आपकी सेहत के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। लेकिन, आपको इसे उचित मात्रा में लेना चाहिए और अधिकतम फायदों के लिए इसका नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। यदि आपको कोई बीमारी हो, तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और वह आपको सही मात्रा और अंदाजा लगाने में मदद करेंगे।
अलसी के दुष्परिणाम
अलसी के बहुत कम दुष्परिणाम होते हैं। लेकिन कुछ लोगों को अलसी से एलर्जी हो सकती है। जिससे उन्हें चिकनी खांसी, जुएं, नाक से खून आना या त्वचा में जलन आदि समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, अगर आप ऐसे लोग हैं जो अलसी से एलर्जी या उत्तेजना के लक्षण दिखाते हैं, तो अलसी का सेवन न करें और अपने डॉक्टर से सलाह लें। इसके अलावा, अधिक मात्रा में अलसी का सेवन करने से बचें क्योंकि इससे आपको पेट फूलने, उलटी, दुर्गन्ध आना आदि विषमताएं हो सकतीं हैं। तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें यदि आप अलसी से संबंधित दुष्प्रभावों का अनुभव करते हैं।
निष्कर्ष
प्रकृति ने हमें बहुत सारी चीजें उपहार में दी हैं, जिससे हमारी हेल्थ सही रह सकते हैं, लेकिन मनुष्य हर चीजों को अपने तरीके से खाना चाहता है। अगर हम जो चीज़ें हम खाते हैं उसकी सही जानकारी लें, तो हम हर एक चीज जो हमें प्रकृति ने दी है, उसका यूज कर करके अपनी हेल्थ का सही से ध्यान रख सकते हैं। इससे हमें दवाइयों पर फालतू खर्च भी नहीं करना पड़ेगा। मगर हमारी सबसे बड़ी गलती यह होती है कि हम बिना ज्ञान के ही सारी चीजों को बस पेट में भर लेते हैं। जैसे कि पेट नहीं वह एक डस्टबिन हो, जिस प्रकार डस्टबिन की कोई कीमत नहीं होती, उसी प्रकार हम भी ऐसे ही बनते जा रहे हैं। इसलिए ध्यान रखें कुछ भी खाने से पहले उसे पढ़े और उसके सही खाने का तरीका जाने। यदि आपको मेरे आर्टिकल पसंद आ रहे हैं, तो हमें अप्रिशिएट कीजिए हम आगे आपके लिए और भी अच्छे-अच्छे हेल्थ बेनिफिट्स से रिलेटेड कंटेंट लेकर आते रहेंगे। उम्मीद करते हैं कि यह कंटेंट आपके हेल्थ के लिए भी बेनिफिट होगा या इसे आप अपने दोस्तों के साथ अपने परिवार के साथ सभी जगह शेयर कर सकते हैं।